खालिद मुजाहिद की हत्या के लिए हमारी व्यवस्था दोषी

"हमारा मानना है कि 18 मई 2013 को उ.प्र. में कचहरी बम कांड के आरोपी खालिद मुजाहिद को फैजाबाद से लखनऊ लाते समय रास्ते में मौत के लिए हमारी पूरी व्यवस्था दोषी है" - यह कहना है मगसेसे पुरुस्कार से सम्मानित वरिष्ठ सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता डॉ संदीप पाण्डेय का। "सबसे पहले तो हमारी सुरक्षा एजेंसियां। हम प्रदेश सरकार को बधाई देते हैं कि उसने उच्च पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है जो खालिद मजुाहिद की फर्जी गिरफ्तारी के लिए दोषी हैं" कहते हैं डॉ पाण्डेय।

बेहतर अस्थमा प्रबंधन से बच सकती है जान

इंटरनेशनल यूनियन अगेन्स्ट टूबेर्कुलोसिस एंड लंग डिज़ीज़ (द यूनियन) और बाल अस्थमा और एलर्जी  द्वारा प्रकाशित ग्लोबल अस्थमा रिपोर्ट 2011 के अनुसार अस्थमा विश्व के 23.5 करोड़ लोगों को प्रभावित करता है और पिछले 30 वर्षों से विशेषकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में अस्थमा का बोझ लगातार बढ़ रहा है। लखनऊ के वरिष्ठ श्वास-रोग विशेषज्ञ डॉ बीपी सिंह कहते है कि “हमारे क्लीनिक पर आने वाले कुल मरीज़ो मे से 27% अस्थमा के और 26% सीओपीडी के होते हैं जिसके आधार पर हम यह कह सकते हैं कि यहाँ पर प्रतिदिन 27-28 अस्थमा से पीड़ित  रोगी आते हैं”।

जन स्वास्थ्य के खिलाफ है सिगरेट और सिगार पर टैक्स कटौती

उत्तर प्रदेश सरकार ने जन स्वास्थ्य के विपरीत जाकर सिगरेट और सिगार पर वैट (VAT)  कर को 50% से 25% करने का निर्णय लिया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार तंबाकू कर में वृद्धि तम्बाकू का सेवन रोकने एवं उसका सेवन कर रहे लोगों को छोड़ने में मदद करने का एक प्रभावशाली तरीका था। यह तंबाकू से हो रहे अधिकांश गैर संक्रामक रोग जैसे हृदय रोग और स्ट्रोक, कैंसर, और अन्य तंबाकू जनित बीमारियों के दर को कम करने में मददगार साबित होगा। यह सी- ब्लॉक, इन्दिरा नगर स्थित डेबल कॉलेज में आयोजित ‘स्वस्थ्य को वोट’ कार्यक्रम का केंद्रीय संदेश था। डेबल कॉलेज की प्रधानाचार्या सुश्री बैनर्जी ने स्वास्थ्य को वोट अभियान को समर्थन दिया।

“युवा तम्बाकू सेवन आरम्भ न करें”: प्रो0 डॉ0 रमा कान्त

“अधिकांश तम्बाकू सेवन 18 वर्ष से पहले ही आरम्भ होता है। इसीलिए बच्चों एवं युवाओं को तम्बाकू जनित जानलेवा रोगों एवं व्याधियों के बारे में जानकारी देना अनिवार्य है जिससे कि वें ज़िन्दगी चुनें, तम्बाकू नहीं” कहा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) के अंतर्राष्ट्रीय पुरुस्कार प्राप्त वरिष्ठ सर्जन प्रोफेसर (डॉ) रमा कान्त ने, जो सेक्टर-19, इन्दिरा नगर स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में आयोजित ‘स्वास्थ्य को वोट’ सत्र को संबोधित कर रहे थे। प्रो0 (डॉ) रमा कान्त, केजीएमयू के पूर्व सर्जरी विभागाध्यक्ष और पूर्व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक रहे हैं और वर्तमान में कैरियर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के प्रिन्सिपल हैं।