मान्यवर कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना के घर किसके लिए?

       गोमती नदी के तट पर मनकामेशवर मंदिर के निकट डालीगंज पुल के नीचे रहने वाले लोगों को तीसरे प्रयास में १९ फरवरी, २००९, को बुलडोजर चला कर हटा दिया गया। चूँकि जिला प्रशासन वार्ता में यह कह रहा था कि इन लोगों को केन्द्रीय सरकार की योजना शहरी गरीब हेतु मूलभूत सेवाएं के तहत घर आवंटित किए जाएंगे, ये लोग दुबग्गा चले गए जहां उपर्युक्त योजना के तहत घर बनाए जा रहे हैं। किसानों के अधिक मुआवजे की मांग के कारण इन घरों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। डालीगंज से यहां पहुंचे लोगों ने लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए गए आश्रयहीन आवास योजना, पीर नगर, वसंत कुंज, के घरों, जो खाली पड़े हुए थे, में रहना शुरू कर दिया। इन घरों की गुणवत्ता इतनी खराब है कि वे लोग जिनको ये घर आवंटित हैं वे इनमें रहना नहीं चाहते। यहां से १८० लोगों ने कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत भी आवास हेतु आवेदन किए।

       २९ सितम्बर, २००९, को न्यू गांधी नगर वार्ड, डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल के पीछे, विभूति खण्ड, गोमती नगर में लखनऊ विकास प्राधिकरण की भूमि पर रहने वाले लोगों को भी बुलडोजरों का सामना करना पड़ा। बताया गया कि सड़क जिसके किनारे यह लोग रहते थे से राज्यपाल को मानवाधिकार आयोग के भवन का उद्घाटन करने गुजरना था। फिलहाल ये लोग यहीं रह रहे हैं और लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मुकेश मेश्राम ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इन लोगों को शहरी गरीब आवास योजना के तहत आवास दिलाने हेतु आग्रह किया। इस बस्ती के १५० लोगों ने भी कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत आवास हेतु आवेदन किए।

       पिछले माह जब कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत घरों के आवंटन की सूची जारी हुई तो यह पाया गया कि उपर्युक्त दोनों बस्तियों के एक भी व्यक्ति को घर नहीं मिला। ये दोनों समुदाए अत्यंत गरीब हैं। दुबग्गा में पत्थर काटने का काम करने वाले व अन्य दैनिक मजदूरी करने वाले लोग रहते हैं। गोमती नगर में ढोलक बनाने वाले व अन्य दैनिक मजदूरी करने वाले लोग रहते हैं।

       सवाल यह है कि यदि इन जैसे गरीब परिवारों को कांशीराम शहरी गरीब आवास योजना के तहत आवास नहीं मिलेंगे तो किसको मिलेंगे? हम यह भी जानना चाहते हैं कि जिन्हें घर आवंटित हुए हैं उनकी पृष्ठभूमि क्या है?

       ४ मई से उपर्युक्त दोनों बस्तियों के लोगों ने शहीद स्मारक, लखनऊ, पर अनिश्चितकालीन धरने का निर्णय लिया है।

मुन्नालाल, पत्थर का काम करने वाले, दुबग्गा, अब्दुल नबी, दैनिक मजदूरी, दुबग्गा, शकील, ठेला, गोमती नगर, फेरी, ढोलक निर्माता, गोमती नगर, किरण, ९४५३४७९०८३, संतोश, आशीष श्रीवास्तव, ९४७३८९६४६५, संदीप पाण्डेय, ०५२२ २३४७३६५
आशा परिवार एवं जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय