[English] उत्तर प्रदेश सरकार को गुटखा प्रतिबंधित करना चाहिए क्योंकि गुटखा को खाद्य उत्पाद माना गया है और खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 (एफ़.एस.एस.ए.) के अनुसार किसी भी खाद्य उत्पाद में तंबाकू या निकोटीन नहीं हो सकती है। यह सीएनएस मीडिया संवाद का केंद्रीय संदेश था जो इन्दिरा नगर सी-ब्लॉक चौराहा स्थित प्रोफेसर (डॉ) रमा कान्त केंद्र में आयोजित हुआ था।
खेल के मैदान से जीतेंगे ज़िंदगी की जंग: तृतीय लिंग के लिए एक अभिनव पहल
राइट
टर्न वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति व रायपुर जिले के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सहयोग से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पहली बार एक अखिल भारतीय तृतीय लिंग खेलकूद प्रतियोगिता (ऑल इंडिया थर्ड जेंडर स्पोर्ट्स मीट) का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन को सफल बनाने के लिए राज्य के खेल संघों से भी सहयोग लिया जाएगा।
साधारण टीबी के कुप्रबंधन से विकसित होती है एमडीआर-टीबी
भारतीय समाज में तपेदिक अथवा टीबी आज भी एक गंभीर बीमारी के रूप में विद्यमान है और प्रति वर्ष 300000 लोग टीबी से मरते है। एमडीआर अथवा औषधि प्रतिरोधक टीबी, जो कि सामान्य टीबी के कुप्रबंधन द्वारा ही जन्मी समस्या है, से हर साल पूरे विश्व में 150000 लोग मरते है और लगभग 440000 एमडीआर के नए संक्रमण विकसित होते हैं जबकि टीबी का इलाज सम्भव है और हमारे देश के पुनरीक्षित राष्ट्रीय तपेदिक नियंत्रण कार्यक्रम के तहत डोट्स सेवा द्वारा इसकी दवाएं मुफ्त में उपलब्ध होती है। एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति में सक्रिय टीबी विकसित होने का और टीबी रोग से मरने का खतरा ज्यादा होता है क्योंकि एचआईवी वाइरस शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है।
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