बिना एकीकृत स्वास्थ्य (वन हेल्थ) के महामारियाँ चुनौती देती रहेंगी

[English] कोविड महामारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अर्थ-व्यवस्था और विकास के सभी संकेतकों के लिए सबकी-स्वास्थ्य-सुरक्षा कितनी ज़रूरी है। वैज्ञानिक रूप से तो यह पहले से ही ज्ञात था कि एकीकृत स्वास्थ्य (One Health) कितना अहम है। मानव स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य, कृषि और पर्यावरण में सम्बंध भी गहरा रहा है जिसका एक प्रमाण है बढ़ती हुई दवा प्रतिरोधकता। मानव स्वास्थ्य, पशु पालन, कृषि में ग़ैर-ज़िम्मेदारी और अनुचित ढंग से इस्तेमाल हो रही दवाएँ (ख़ासकर कि एंटी-बायआटिक, एंटी-वाइरल, एंटी-फ़ंगल और एंटी-पैरासिटिक दवाएँ) पर्यावरण में भी ज़हर घोल रही हैं जिसके कारणवश रोग उत्पन्न करने वाले कीटाणु रोग-प्रतिरोधक हो जाते हैं और सामान्य रोग भी लाइलाज हो सकते हैं।

बिना हेपटाइटिस नियंत्रण के कैसे मिलेगी सबको स्वास्थ्य सुरक्षा?

[English] कोविड महामारी के दौरान, यह सबको स्पष्ट जो गया है कि सतत विकास के लिए सबकी स्वास्थ्य सुरक्षा कितनी अहम है। जब हेपटाइटिस-बी से टीके के ज़रिए बचाव मुमकिन है, जाँच-इलाज मुमकिन है, हेपटाइटिस-सी का न सिर्फ़ जाँच-इलाज सम्भव है बल्कि पूर्ण उपचार भी मुमकिन है, तब कैसे 35 करोड़ लोगों से अधिक को हेपटाइटिस-बी और हेपटाइटिस-सी से जूझना पड़ रहा है और हर 20 सेकंड में 1 असामयिक मृत्यु हो रही है?

[विडियो] क्या आप जानते हैं कौन से ऐसे 2 देश हैं जहां की आबादी का सबसे ज़्यादा कोविड टीकाकरण हुआ है?

9वीं कोविड वैक्सीन "कोवोवैक्स" को डबल्यूएचओ ने दी संस्तुति: टीकाकरण बढ़ेगा या बूस्टर लगेगी?

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 17 दिसम्बर 2021 को 9वीं कोविड वैक्सीन को “इमर्जन्सी यूज़ अप्रूवल” दिया, यानी कि आपातकाल स्थिति में इस्तेमाल की संस्तुति दी - इस वैक्सीन का नाम है "कोवोवैक्स"। इसको अमरीका की नोवोवैक्स कम्पनी और कोअलिशन फ़ोर एपिडेमिक प्रिपेरेड्नेस इनिशटिव ने मिलकर बनाया है। ‘कोवोवैक्स’ वैक्सीन की दो ख़ुराक ली जानी ज़रूरी हैं, और इसका भण्डारण, दो से आठ डिग्री सेल्सियस के बीच स्थिर, ठण्डे तापमान में किया जाता है। अभी यूरोप मेडिसिन एजेन्सी ने इस वैक्सीन को पारित नहीं किया है जहां इसकी अर्ज़ी अभी विचाराधीन है। 

[विडियो] जब HIV पोज़िटिव लोग सामान्य ज़िंदगी जी सकते हैं तो फिर 2020 में 680,000 लोग AIDS से मृत क्यों?

तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से मुक्त होने का घोषणापत्र क्यों है सरकारों के लिए ज़रूरी


वैश्विक तम्बाकू नियंत्रण संधि की बैठकों में सरकारों ने गत वर्षों में मजबूरन निर्णय लिया कि चूँकि तम्बाकू उद्योग इन बैठकों में जन स्वास्थ्य नीति में निरंतर हस्तक्षेप करता रहा है और जन हितैषी नीतियों को बनने में एक बड़ा अड़ंगा है, इसलिए जन स्वास्थ्य नीति में उद्योग के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसीलिए सरकारों ने 2008 में वैश्विक तम्बाकू नियंत्रण संधि की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया और आर्टिकल 5.3 की मार्गनिर्देशिका पारित की। पर बीबीसी समेत अनेक ऐसे रिपोर्ट ने खुलासा किया कि तम्बाकू उद्योग चूँकि अब सीधे तौर पर बैठक में नहीं हस्तक्षेप कर पा रहा तो अनेक अन्य हथकंडे अपना रहा है जैसे कि सरकारी दल कि सदस्यों को रिश्वत देना आदि। 

दवाएँ कारगर नहीं रहीं और रोग लाइलाज हो गए तो कैसे होगी स्वास्थ्य सुरक्षा?

[English] १२ दिसंबर को सबके लिए स्वास्थ्य सेवा दिवस (यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे) मनाया जा रहा है। पर बढ़ती हुई दवा प्रतिरोधकता के कारण रोग लाइलाज हो रहे हैं या उनके उपचार के लिए कारगर दवाएँ सीमित रह गयी हैं, महँगी हो रही हैं, और इलाज के नतीजे भी संतोषजनक नहीं रहते और अक्सर मृत्यु का ख़तरा बढ़ जाता है। ऐसे में, जब तक दवाओं का ग़ैर-ज़िम्मेदाराना और अनुचित इस्तेमाल पूर्णत: बंद नहीं होगा तब तक कैसे हम सबके लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं?

78 शहरों के स्थानीय नेतृत्व ने एकीकृत और समन्वित स्वास्थ्य नीति को दिया समर्थन


[English] एशिया पेसिफ़िक़ क्षेत्र के 78 शहरों के महापौर और अन्य स्थानीय नेतृत्व और अधिकारियों ने एकीकृत और समन्वित स्वास्थ्य नीति और कार्यक्रम को समर्थन दिया। 12 देशों के 78 शहरों से यह 800 से अधिक स्थानीय नेतृत्व प्रदान कर रहे प्रतिभागी, 7 दिसम्बर 2021 को सम्पन्न हुए 6वें एपीकैट महासम्मेलन में भाग ले रहे थे।