[English] प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इन्स्टीट्यूट, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली के निदेशक के पद पर नियुक्त किये गये हैं और उन्होने संस्थान के निदेशक पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इससे पूर्व वह उत्तर प्रदेश ग्रामीण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान, सैफई के निदेशक के पद पर तथा के॰ जी॰ चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के पल्मोनरी मेडीसिन विभाग के विभागाध्यक्ष पद पर भी कार्यरत रहें हैं। प्रोफेसर प्रसाद ने 1974 में एम. बी. बी. एस. और 1979 में एम. डी. की उपाधि केव्म् जीव्म् मेडीकल कॉलेज, लखनऊ से ग्रहण की। इसके अतिरिक्त इन्होंने जापान से पल्मोनरी मेडिसिन, फाइबर-ऑप्टिक ब्रोन्कोस्कोपी और फेफड़ें के कैंसर में उच्च प्रशिक्षण भी प्राप्त किया।
वर्तमान मे वह भारत के सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा में श्वास रोगों के मानद सलाहकार हैं तथा दक्षिण एशिया एलेर्जी, अस्थमा व इम्युनोलोजी संघ तथा इण्डियन सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ लंग कैंसर के उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त प्रोफेसर प्रसाद टीबी एसोसिएशन ऑफ इण्डिया की स्टैंडिग टैक्निकल कमैटी के अध्यक्ष भी हैं। विदित हो कि प्रोफेसर प्रसाद अमेरिकन कॉलिज ऑफ चैस्ट फिज़िशियन (यू. एस. ए.) के अर्न्तराष्ट्रीय गवर्नर भी रह चुके हैं। ज्ञातव्य हो कि प्रोफेसर प्रसाद एक ऐसे विशिष्ट चेस्ट फिजिशियन हैं जिन्हे भारतवर्ष के चार महत्वपूर्ण चेस्ट रोग से सम्बन्धित संगठनों के अध्यक्ष पद पर कार्य करने का अद्वितीय गौरव प्राप्त है। उनकी ये उपलब्धियां पल्मोनरी मेडीसिन को अर्न्तराष्ट्रीय उंचाइयों पर पहँुचाने की उनकी उत्कृष्ट इच्छा का द्योतक हैं। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अनेक विशिष्ट फैलोशिप के अतिरिक्त प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद को पल्मोनरी मेडीसिन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये भारतवर्ष के नेशनल एकेडमी आफ मेडिकल सांइसेस के फैलोशिप पुरूस्कार से नवाज़ा गया है। प्रोफेसर प्रसाद पल्मोनरी मेडिसिन के क्षेत्र में लगभग सभी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं के संपादकीय बोर्ड में सम्मिलित हैं। प्रोफेसर प्रसाद ने अपनी उत्कृष्ट योग्यता द्वारा अब तक 150 शोध कार्यो को पूर्ण कराया हैं तथा इसके साथ-साथ उन्होने 185 से भी अधिक पेपरों को राष्ट्रीय एंव अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओ मे प्रकाशित किया। इन्होने दो चिकित्सा सम्बन्धित पुस्तकों को भी संपादित किया है तथा विभिन्न चिकित्सा सम्बन्धित पुस्तकों में 40 से अधिक अध्याय भी लिखे हैं।
इन्होने कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बेठको और सेमिनारों में 1000 से भी अतिथि व्याख्यान दिये और वै़ज्ञानिक दस्तावेज प्रस्तुत किये।
प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद देश के एक विख्यात चैस्ट फिज़िशियन हैं जो चेस्ट रोगों के इलाज के अतिरक्त पल्मोनरी मेडिसिन के बहुत लोकप्रिय चिकित्सा शिक्षक भी हैं। इन्होंने अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा चिकित्सा शिक्षा के विकास में, रोगियों की देख-भाल और शोध कार्य में समर्पित की है।
विगत 14 वर्षों से के. जी. मेडिकल विश्वविद्यालय के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष पद पर रहते हुये प्रोफेसर प्रसाद ने लगभग आधा दर्ज़न उत्कृष्ट सेवाओं को प्रारंभ तथा उनका विकास करके उन्हें देश-विदेश में बहुचर्चित किया। देश में पल्मोनरी मेडिसिन के क्षेत्र में अनेक छात्र-छात्राओं के लिए प्रोफेसर प्रसाद एक मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते हैं। प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद को 30 से भी अधिक पुरूस्कारों से नवाज़ा जा चुका है। जिसमें प्रमुख यू0 पी0 रत्न आवार्ड, ओ. ए. शर्मा ओरशन अवॉर्ड, एम. संतोषम ओरेशन अॅवार्ड, डी. एन शिवपुरी ओरशन अवॅार्ड, इण्डियन चेस्ट सोसायटी ऑनर लैक्चर अवॅार्ड, डॉक्टर रेड्डी लंग कैंसर ओरेशन अवॅार्ड, तथा सबसे बहुमूल्य व उत्कृष्ट प्रोफेसर रमन विश्वनाथन मेमोरिएल चेस्ट ओरेशन अवॅार्ड हैं।
वल्लभभाई पटेल चैस्ट संस्थान चैस्ट रोगों के इलाज में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना विशिष्ट स्थान रखता है। प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद का पल्मोनरी मेडिसिन के क्षेत्र में अतुल्य अनुभव है जो कि आने वाले वर्षों में न सिर्फ संस्थान को नई ऊचाँइयों तक पहुँचाएगा अपितु संस्थान के मुख्य उद्देश्यों को नई दिशा प्रदान करेगा।
सीएनएस
वर्तमान मे वह भारत के सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा में श्वास रोगों के मानद सलाहकार हैं तथा दक्षिण एशिया एलेर्जी, अस्थमा व इम्युनोलोजी संघ तथा इण्डियन सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ लंग कैंसर के उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त प्रोफेसर प्रसाद टीबी एसोसिएशन ऑफ इण्डिया की स्टैंडिग टैक्निकल कमैटी के अध्यक्ष भी हैं। विदित हो कि प्रोफेसर प्रसाद अमेरिकन कॉलिज ऑफ चैस्ट फिज़िशियन (यू. एस. ए.) के अर्न्तराष्ट्रीय गवर्नर भी रह चुके हैं। ज्ञातव्य हो कि प्रोफेसर प्रसाद एक ऐसे विशिष्ट चेस्ट फिजिशियन हैं जिन्हे भारतवर्ष के चार महत्वपूर्ण चेस्ट रोग से सम्बन्धित संगठनों के अध्यक्ष पद पर कार्य करने का अद्वितीय गौरव प्राप्त है। उनकी ये उपलब्धियां पल्मोनरी मेडीसिन को अर्न्तराष्ट्रीय उंचाइयों पर पहँुचाने की उनकी उत्कृष्ट इच्छा का द्योतक हैं। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अनेक विशिष्ट फैलोशिप के अतिरिक्त प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद को पल्मोनरी मेडीसिन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये भारतवर्ष के नेशनल एकेडमी आफ मेडिकल सांइसेस के फैलोशिप पुरूस्कार से नवाज़ा गया है। प्रोफेसर प्रसाद पल्मोनरी मेडिसिन के क्षेत्र में लगभग सभी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं के संपादकीय बोर्ड में सम्मिलित हैं। प्रोफेसर प्रसाद ने अपनी उत्कृष्ट योग्यता द्वारा अब तक 150 शोध कार्यो को पूर्ण कराया हैं तथा इसके साथ-साथ उन्होने 185 से भी अधिक पेपरों को राष्ट्रीय एंव अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओ मे प्रकाशित किया। इन्होने दो चिकित्सा सम्बन्धित पुस्तकों को भी संपादित किया है तथा विभिन्न चिकित्सा सम्बन्धित पुस्तकों में 40 से अधिक अध्याय भी लिखे हैं।
इन्होने कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बेठको और सेमिनारों में 1000 से भी अतिथि व्याख्यान दिये और वै़ज्ञानिक दस्तावेज प्रस्तुत किये।
प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद देश के एक विख्यात चैस्ट फिज़िशियन हैं जो चेस्ट रोगों के इलाज के अतिरक्त पल्मोनरी मेडिसिन के बहुत लोकप्रिय चिकित्सा शिक्षक भी हैं। इन्होंने अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा चिकित्सा शिक्षा के विकास में, रोगियों की देख-भाल और शोध कार्य में समर्पित की है।
विगत 14 वर्षों से के. जी. मेडिकल विश्वविद्यालय के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष पद पर रहते हुये प्रोफेसर प्रसाद ने लगभग आधा दर्ज़न उत्कृष्ट सेवाओं को प्रारंभ तथा उनका विकास करके उन्हें देश-विदेश में बहुचर्चित किया। देश में पल्मोनरी मेडिसिन के क्षेत्र में अनेक छात्र-छात्राओं के लिए प्रोफेसर प्रसाद एक मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते हैं। प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद को 30 से भी अधिक पुरूस्कारों से नवाज़ा जा चुका है। जिसमें प्रमुख यू0 पी0 रत्न आवार्ड, ओ. ए. शर्मा ओरशन अवॉर्ड, एम. संतोषम ओरेशन अॅवार्ड, डी. एन शिवपुरी ओरशन अवॅार्ड, इण्डियन चेस्ट सोसायटी ऑनर लैक्चर अवॅार्ड, डॉक्टर रेड्डी लंग कैंसर ओरेशन अवॅार्ड, तथा सबसे बहुमूल्य व उत्कृष्ट प्रोफेसर रमन विश्वनाथन मेमोरिएल चेस्ट ओरेशन अवॅार्ड हैं।
वल्लभभाई पटेल चैस्ट संस्थान चैस्ट रोगों के इलाज में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना विशिष्ट स्थान रखता है। प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद का पल्मोनरी मेडिसिन के क्षेत्र में अतुल्य अनुभव है जो कि आने वाले वर्षों में न सिर्फ संस्थान को नई ऊचाँइयों तक पहुँचाएगा अपितु संस्थान के मुख्य उद्देश्यों को नई दिशा प्रदान करेगा।
सीएनएस