[English] [सूचना अधिकार आवेदन पत्र] इन्दिरा नगर सी-ब्लॉक चौराहा स्थित सर्जन प्रोफेसर (डॉ) रमा कान्त केंद्र पर चल रहे अधिकार एवं दायित्व ग्रीष्म-प्रशिक्षण शिविर में आज लखनऊ युवाओं ने सूचना अधिकार अधिनियम, 2005, का उपयोग करते हुए लखनऊ में तंबाकू नियंत्रण कानून और अन्य विकास संबन्धित नीतियों को लागू करने में सुधार के आशय से अनेक आवेदन पत्र लगाए।
अंकुर वर्मा, दिया पांडे, संजय कुमार वर्मा, शिखा श्रीवस्ताव, शिखर अगरवाल, शुभाम द्विवेदी, उदिता चन्द्र आदि ने सूचना अधिकार अधिनियम का इस्तेमाल करते हुए सरकारी विभागों से अनेक सवाल पूछे जिनमें यह निमीनलिखित सवाल शामिल हैं: शैक्षिक संस्थानों के 100 यार्ड के भीतर तंबाकू विक्रय क्यों हो रहा है, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान प्रतिबंधित होने के बावजूद जो लोग इसका उलंघन कर रहे हैं, उनपर जुर्माना क्यों नहीं हो रहा है, उत्तर प्रदेश सरकार ने तंबाकू जनित जान लेवा बीमारियों पर सरकारी अस्पतालों में कितना खर्च किया है, आवासीय क्षेत्रों में कूड़ा-कचरा क्यों जमा हो रहा है, जिन क्षेत्रों में पॉलिथीन पर प्रतिबंध है जैसे कि छावनी, वहाँ पर पॉलिथीन क्यों इकट्ठी हो रही है, बिजली कटौती क्यों हो रही है, पेट्रोल का दाम क्यों बढ़ा, शहर में बाल श्रमिक क्यों हैं, आदि।
इन युवाओं को मगसेसे पुरुस्कार से सम्मानित वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ संदीप पांडे ने एक प्रशिक्षण सत्र में सूचना अधिकार अधिनियम के तहत आवेदन पत्र लिखना सिखाया था जिससे कि युवा सरकारी विभागों की जवाबदेही बढ़ा सकें और विकास कार्यक्रमों को लागू करने में सुधार ला सकें।
इंटरनेशनल यूनियन अगेन्स्ट टूबेर्कुलोसिस अँड लाँग डीसीज के अनुसार विश्व व्यापी तंबाकू नियंत्रण संधि (फ्रमेवोर्क कन्वेन्शन ऑन तोबको कंट्रोल) को 174 देशों ने पारित किया है, परंतु मात्र 11 प्रतिशत दुनिया की आबादी ऐसे देशों में रहती है जहां व्यापक तंबाकू नियंत्रण लागू हो।
इस प्रशिक्षण में लखनऊ के 14 युवा भाग ले रहे हैं जो विभिन्न शैक्षिक प्रतिष्ठानों से आए हैं जिनमें सिटी मांटेसरी स्कूल, जिगर मेमोरियल इंटर कॉलेज, भातखण्डे विश्वविद्यालय, अवध विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय प्रमुख हैं।
इस प्रशिक्षण में लखनऊ के 14 युवा भाग ले रहे हैं जो विभिन्न शैक्षिक प्रतिष्ठानों से आए हैं जिनमें सिटी मांटेसरी स्कूल, जिगर मेमोरियल इंटर कॉलेज, भातखण्डे विश्वविद्यालय, अवध विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय प्रमुख हैं।
इस ‘अधिकार एवं दायित्व ग्रीष्म-प्रशिक्षण शिविर’ में शहर के प्रख्यात लोग प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं जिनमें संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के गैस्ट्रो-एंटेरेलाजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) गौरदास चौधुरी, छत्रपति शहूजि महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय के सर्जरी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) रमा कान्त, मगसेसे पुरुस्कार से सम्मानित वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ संदीप पांडे, सैक्टर 10 इन्दिरा नगर स्थित वन स्टॉप स्माइल शॉप की प्रमुख दंत विशेषज्ञ डॉ शिवानी शर्मा, लोरेटों कान्वेंट की पूर्व वरिष्ठ शिक्षिका एवं सीएनएस संपादक शोभा शुक्ला, स्वास्थ्य को वोट अभियान समन्वयक राहुल द्विवेदी, यूपी हाई कोर्ट के अधिवक्ता मनु श्रेस्ठ मिश्रा, जहांगीराबाद मीडिया इंस्टीट्यूट के उप-निदेशक बीजू मोहन, बाबी रमाकांत, आदि शामिल हैं।
सीएनएस