भारतीय शल्य-चिकित्सकों के संगठन के प्रोफ़ेसर डॉ रमा कान्त अब राज्य अध्यक्ष
लखनऊ के प्रतिष्ठित शल्य-चिकित्सक एवं छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय के सर्जरी विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर डॉ रमा कान्त ने अब भारतीय शल्य-चिकित्सकों के संगठन के राज्य अध्यक्ष का कार्य भार संभाल लिया है। असोसिएशन ऑफ़ सर्जन्स ऑफ़ इंडिया की उ०प्र० इकाई के भूतपूर्व अध्यक्ष डॉ राजीव सिन्हा ने प्रोफ़ेसर डॉ रमा कान्त को अध्यक्ष पद का कार्यभार सौंपा।
प्रो० डॉ रमा कान्त कई सालों से लखनऊ कॉलेज ऑफ़ सर्जन्स के अध्यक्ष रहे हैं और अब प्रदेश के सर्जनों का भी नेतृत्व करेंगे। प्रो० डॉ रमा कान्त से पहले लखनऊ से कई अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सर्जन इस पद को सम्मानित कर चुके हैं जिनमें विश्व-विख्यात प्रो० पी०सी० दुबे, प्रो० एन०सी० मिश्रा प्रमुख हैं। प्रो० रमा कान्त १९९० के दशक में भारतीय सर्जनों के संगठन की एंडोकराइन सर्जनों के समूह के राष्ट्रीय सह-सचिव रह चुके हैं।
प्रो० रमा कान्त को अध्यक्ष पद, ३५वें भारतीय सर्जनों के संगठन की उ०प्र० इकाई के वार्षिक अधिवेशन के समापन समारोह में सौंपा गया.
"मेरे अध्यक्ष काल में उ०प्र० के सर्जनों को जन-स्वास्थ्य के लाभ के लिए संघठित करने का पूरा प्रयास रहेगा जिसमें प्रदेश भर में सर्जनों के लिए शैक्षिक कार्यक्रमों आदि के जरिये आधुनिक, सरल एवं प्रभावकारी शल्य-क्रिया को बढ़ावा मिलेगा। अलग-अलग विशेषताओं के सर्जनों द्वारा यह प्रशिक्षण प्रदान किए जायेंगे" कहना है प्रो० रमा कान्त का।
प्रो० रमा कान्त ने भारतीय सर्जनों के संगठन के राज्य सचिव डॉ एस.के मिश्रा में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि "सबके भरसक प्रयासों एवं सहयोग की वजह से ही भारतीय सर्जनों के संगठन की उ०प्र० इकाई को सर्वश्रेष्ठ इकाई का पुरुस्कार इस वर्षा मिला है"।
प्रो० रमा कान्त, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महा-निदेशक द्वारा पुरुस्कृत (२००५) हैं और हाल ही में लखनऊ में संपन्न हुई ३५वें भारतीय सर्जनों के संगठन की उ०प्र० इकाई के वार्षिक अधिवेशन के वें अध्यक्ष भी थे।
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