[English] असम में जब अखिल गोगोई की रिहाई मांगते हुए लगभग लाख लोग सड़क पर उतर आये, असम सरकार को अखिल गोगोई को रिहा करना पड़ा. असम सरकार ने अखिल गोगोई और १०० अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था जब वें गुवाहटी में जन लोकपल बिल की मांग को और अन्ना हजारे के देश-व्यापी भ्रष्टाचार के विरुद्ध आन्दोलन के समर्थन को लेकर प्रेस वार्ता संबोधित कर रहे थे. अखिल गोगोई, कृषक मुक्ति संग्राम समिति का नेत्रित्व कर रहे हैं और कर्मठ सूचना-का-अधिकार (RTI) कार्यकर्ता भी हैं.
असम सरकार ने उनको १०० अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया था जिनमें ५० महिलाएं भी थीं. चंद घंटों में ही लाख लोग सड़क पर उतर आये और अखिल गोगोई और अन्य की रिहाई की मांग का दबाव बढ़ता ही गया. अंतत: सरकार ने उनको रिहा कर दिया.
जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय ने असम सरकार द्वारा लोकतान्त्रिक तरीके से अहिंसक आन्दोलन को दबाने के इस अवांछनीय कृत की आलोचना की है.
रोमा
असम सरकार ने उनको १०० अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया था जिनमें ५० महिलाएं भी थीं. चंद घंटों में ही लाख लोग सड़क पर उतर आये और अखिल गोगोई और अन्य की रिहाई की मांग का दबाव बढ़ता ही गया. अंतत: सरकार ने उनको रिहा कर दिया.
जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय ने असम सरकार द्वारा लोकतान्त्रिक तरीके से अहिंसक आन्दोलन को दबाने के इस अवांछनीय कृत की आलोचना की है.
रोमा