सांप्रदायिक सद्भावना के कार्यक्रम पर प्रतिबन्ध: जुगल किशोर शास्त्री को पुलिस स्टेशन में रोक कर रखा गया
अयोध्या की आवाज़ और आशा परिवार के तत्वावधान में गाँधी जयंती के उपलक्ष्य में सर्व धर्मं सद्भाव सम्मलेन होना तय हुआ था. इस बार यह सम्मलेन १ अक्टूबर २००९ को राम जानकी मन्दिर में, जिसके महंत जुगल किशोर शास्त्री हैं, होना तय हुआ था. परन्तु फैजाबाद जिला प्रशासन ने झूठे आरोप लगा कर कि इस कार्यक्रम में गोरखपुर में विवादित सांसद योगी आदित्यनाथ के भाषण की सी.डी दिखाई जायेगी, इस सम्मलेन पर प्रतिबन्ध लगा दिया. जुगल किशोर शास्त्री को अयोध्या से ३० किलोमीटर दूर पुलिस स्टेशन पुरा कलंदर ले जाया गया और वहाँ पर रोक कर रखा गया जिससे कि वोह किसी भी तरह से यह कार्यक्रम आयोजित न कर पायें. आयोजकों का निर्णय यह था कि यदि यह सम्मलेन खुले स्थान पर करने की संस्तुति प्रशासन से नहीं मिलेगी, तो यह कार्यक्रम बंद कमरे में बिना माइक के किया जाएगा, जो पूरी तरह कानून के दायरे में है.
इसाई, बुद्ध, इस्लाम, हिंदू आदि समुदाय के प्रतिनिधि सभी हर साल की तरह शास्त्रीजी के मन्दिर में इस सम्मलेन में भाग लेने के लिए इकठ्ठे हो रहे थे. अयोध्या की आवाज़, आशा परिवार और जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय हर ३० जनवरी, २ अक्टूबर और ६ दिसम्बर को शान्ति एवं सांप्रदायिक सद्भावना पर कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं. हाल ही में २४ सितम्बर २००९ को शास्त्रीजी ने ईद मिलन कार्यक्रम फैजाबाद में आयोजित किया था.
फैजाबाद के भूतपूर्व जिलाधिकारी आमोद कुमार कुछ ऐसे कार्यक्रमों में भाग तक ले चुके हैं. परन्तु इस बार जिला प्रशासन ने अपना साम्रदायिक रंग दिखा दिया और झूठे आरोप लगा कर कार्यक्रम पर प्रतिबन्ध लगा दिया और शास्त्री जी को पूरे दिन पुलिस स्टेशन में नज़रबंद रखा. शास्त्री जी को शाम को ही छोड़ा गया.
हम जिला प्रशासन के इस करतूत की भरसक निंदा करते हैं जो लोकतंत्र में शान्ति की बात रखने वालों की आवाज़ घोटने में लगा हुआ है, और प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सांप्रदायिक ताकतों को मजबूत कर रहा है.
संदीप पाण्डेय, फैसल खान, फादर आनंद, फादर बाप्टिस्ट, भंते तेजंकर दीप
अयोध्या, १ अक्टूबर, २००९
नोट: जुगल किशोर शरण शाश्त्री से फ़ोन पर बात करने के लिए कृपया कर क इस नम्बर पर फ़ोन करें: ९४५१७३०२६९