हक मिलेगा कब
मीडिया नेस्ट व यूनीसैफ द्वारा आज दिनांक 09.10.09 को दोपहर में पाक्षिक कार्यक्रम मीडिया फार चिल्ड्रेन के अनगर्त आयोजित कार्यक्रम में ‘‘हक मिलेगा कब’’ का अयोजन किया गया जिसमें मेहमान थी ‘‘भारतीय मुस्लिम महिला आन्दोलन’’ ने चर्चा की कि मुस्लिम समाज में खास कर मुसलमान लडकियों को समाज में उनका हक कैसे दिलाया जाये।
कार्यक्रम की शुरूवात मीडिया नेस्ट की सचिव कुलसुम तलहा ने की व साथ ही मंच का संचालन भी किया।
इसके बाद वहॅा उपस्थित वक्तागणों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये जिसमें मुख्यता।
सबसे पहले नाईश हसन जो कि भारतीय मुस्लिम महिला आन्दोलन की फाउन्डर मेम्बर है ने कहा कि भारतीय मुस्लिम महिला सोच कोई छोटी सोच नहीं है यह आंदोलन वह पूरे देश में मुस्लिम समाज व मुस्लिम महिलाओं के शिक्षा व शक्तिकरण पर लड रही है।
इसके बाद नाजिया बाल कमेटी लखनऊ की बोली कि मुस्लिम महिलाओं में पढाई लिखाई को ज्यादा हक नहीं मिलता है। मुस्लिम समाज में लडकियों को लडकों के मुताबिक कम इर्जा मिला है, लडको को ज्यादा एहमियत मिलती है। लडकियों की उन्नती के आगे मुस्लिम समाज के रूडीवादी विचार धाराएं आ जाती है। अगर देश के मुसलमानों को आगें बढना है तो उन्हे अपने पुराने विचार बदलकर दीन के साथ दुनायाबी तालीम भी हासिल करनी होगी।
इसके बाद हाशमी बानो अध्यक्ष बाल कमेटी लखनऊ बोली इसलाम में बेटियों को भी बहुत बडा दर्जा दिया गया है वह यूनियैफ का धन्यवाद करती है कि उन्होने यह मंच दिया िकवह बात को मीडिया के समाने रखें। उन्होने बताया िकवह बाल कमेटी के माध्यम महिलाओं और बच्चों के लिये हक की लडाई लड रही है। और अपनी बात उ0प्र0 सरकार तक कई बार रख चुकी है। परन्तु अभी तक सरकार का ध्यान इस ओर नही गया।
इसके बाद बाल कमेटी के ही 16 वर्षीय मो0 शमीम ने बाल श्रम पर विरोध करते हुये कहा कि उन्होने ग्रास रूट स्तर पर सर्वेक्षण किया कि मुस्लिम समाज में 100 में से 80 बच्चे आज भी बाल श्रम में है तथा वह उन बच्चो को रात पढाकर अपने स्तर से योगदान दे रहे है। बाल श्रम की जिम्मेदार खुद करकार ही है जिसपर उसका ध्यान नही जाता।
इसके बाद खातून शेख ने जो कि ‘‘भारतीय मुस्लिम महिला आन्दोलन’’ को महाराष्ट्र में चला रही है तथा वह मुम्बई से इस कार्यक्रम में भाग लेने आयी है। और वह इस आन्दोलन को पूरे भारतवर्ष में चलायेगी। और जिस तरह से यू.पी.प्रेस कल्ब तथा यू.पी. की मीडिया का सहयोग यूनियैफ के साथ रहता है उसी तरह से वह अब मुम्बई में भी करेगी ताकि उनकी बात सरकार तक पहुॅच सके।
इसके बाद जकिया जी बोली सभी वक्ताओं को सुनने के बाद अब उन्हे ऐसा लगता है कि हम अब उन्नति से दूर नहीं है। उन्होने कहा कि सबसे ज्यादा मुस्लिम समाज में लडकियों को पिछडा पाया गया है। क्यों उनमें जलदी शादी, कम पढाई आदि कई बाते सामने आयी। उन्होने कहा कि इसलाम धर्म अमन, सुख, चैन व शान्ती का पैगाम देने वाला धर्म है, परन्तु फिर भी हमारे साथ भेदभाव की भावना रखी जाती है। आज के समय में वह 15 राज्यों में 30000 से ज्यादा सदस्यों के साथ कार्य कर रही है।
अन्त में कलसुम तलहा ने मीडिया व वहाॅ उपस्थि लोगो का धन्यवाद किया तथा कहा कि हम अपनी बात सही से नहीं रख पाते मीडिया नैस्ट सूनीसैफ इसी के लिये बना है कि जनता की आवाज व उनका दर्द, उनके डेवेलवमैन्ट के मुददे उनके व मीडिया के माध्यम से देश भर में पहुॅचे। हर कौम की उन्नति के पीछे असाक्षरता है और जो भी साक्षर हो गया वह उन्नति की ओर बढ गया।
कार्यक्रम में मुख्यता
जकिया जी, संस्थापक सदस्य ‘‘भारतीय मुस्लिम महिला आन्दोलन’’
नाईश हसन, संस्थापक सदस्य ‘‘भारतीय मुस्लिम महिला आन्दोलन’’
खातून बेगम, राज्य कनवीनर ‘‘भारतीय मुस्लिम महिला आन्दोलन’’ महाराष्ट्र।
नाज़ जी, राज्य कनवीनर ‘‘भारतीय मुस्लिम महिला आन्दोलन’’ उ0प्र0।
हााशमी बानो, अध्यक्ष बाल कमेटी लखनऊ।
नाज़िया, बाल कमेटी लखनऊ।
शमीम, बाल कमेटी लखनऊ।
नूर जहाॅ, लखनऊ।
सफिया, लखनऊ।
शारिक परवेज़, पीलीभीत। आदि उपस्थित थे।