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"ये नोटिस २५ फरवरी २००८ को जारी किया गया था, जब केबल टेलीविज़न नेटवोर्क रूल १९९४ को संशोधित किया गया था, जिसमे ये स्पष्ट रूप से निर्देशित है कि शराब और तम्बाकू के हर प्रकार के उत्पादन के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विज्ञापन पर कानूनन रूप से रोक लगाई जाये"
ा अंग्रेज़ी में लिखा
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ये एक अपील है जिसके द्वारा हम केरला के छात्रों द्वारा १० मार्च से अनिश्चितकालीन अनशन का समर्थन करते हैं.ये अनशन दिल्ली में जंतर मंतर पर भारत-अमरीका परमाणु संधि के विरोध में हो रहा है. छात्रों की मांग है कि भारत-अमरीका परमाणु संधि पूरी तरह से निरस्त कर दी जाए, और परमाणु उर्जा, जो की एक विनाश-पूर्ण और खतरनाक उर्जा का विकल्प है, उसको भी भारत अपनाना बंद करे.
भारत-अमरीका परमाणु संधि एक संवेदनशील बिन्दु पर है क्योकि अमरीका के राष्ट्रपति जॉर्ज बुश इसको अपने कार्यकाल खत्म होने के पहले ही लागु करना चाहते हैं.
परमाणु उर्जा आरंभ से ही विनाशकारी रही है और आर्थिक रूप से भी अव्यवहारिक, चाहे वो जादुगोडा में उरानियम की खुदाई हो, या
बिना किसी भी जन सहमति के और सार्वजनिक बहस के भारत सरकार इस परमाणु संधि को लागु करने पर उतारू है ये भले भांति जानते हुए कि इससे भारत महाद्वीप की स्वतंत्रता खतरे में पड़ सकती है और विदेशी ताकतों की दखालान्दजी भी बढ़ सकती है. ये नि:संदेह सराह्नीये तथ्य है कि छात्रों और युवाओं द्वारा इस अमरीका-भारत परमाणु संधि के विरोध में प्रदर्शन आयोजित हो रहा है. ये खेद का विषय है कि सरकार इस मुद्दे के प्रति ध्यान नही दे रही है.
मेधा पाटकर, आशीष मंडलोई, कमला यादव, योगिनी खानोलकर, कैलाश अवस्य
लिखें:
श्रीमती प्रतिभा पाटिल
राष्ट्रपति
राष्ट्रपति भवन
नई दिल्ली - ११० ००४
+९१-११-२३०१७२९०, +९१-११-२३०१७८२४
presssecy@alpha.nic.in (rashtrapati के प्रेस सेक्रेटरी)
राष्ट्रपति का ईमेल: presidentofindia@rb.nic.in
प्रधान मंत्री
फैक्स: ०११ २३०१९८१७, २३०१६९९६ (निवास)
कार्यालय: +९१-११-२३०१-६८५७, निवास: +९१-११-२३०१५६०३
ईमेल pmosb@pmo.nic.in ,
http://pmindia.nic.in/write.htm
श्रीमती सोनिया गाँधी
अध्यक्ष: इंडियन नेशनल कांग्रेस
फैक्स: ०११ २३०१८६५१
ईमेल: 10janpath@vsnl.net, soniagandhi@sansad.nic.in
जिन राजनितिक पार्टियों ने CPI-M के कार्यालयों पर हमला किया है उनके खिलाफ सख्त करवाई हो
हमारी मांग है की केंद्रीय सरकार और प्रदेश सरकारें (दिल्ली, उतराखंड, आंध्र प्रदेश आदि की) बीजेपी और RSS के हमला करने वालों पर सख्त कानूनी करवाई करे जिन्होंने भारत के लोकतांत्रिक व्यवस्था को ललकारने का प्रयास किया है.
मेधा पाटकर अशोक चोव्धुरी अरुण रोय थॉमस कोचेर्री संदीप पाण्डेय गौतम बंदोपाध्याय संध्या देवी गब्रिएला दिएत्रीच
अनिल चौधरी भूपेंद्र रावत सिम्प्रीत संघ अनुराधा तलवार
अरुण खोते आशीष मोंदोलोई विमल्भई जॉन्सन पीजे
कर नीलाकंदन बिजय पंडा मंजू गर्डिया उल्का महाजन
रोमा राजेंद्र रवि प्रफुल्ला समंत्र स्वपन गांगुली मुक्त श्रीवास्तव
प्रशांत भूषण जोए अथ्याली बिजुलाल मव विज्ञान मज श्रीदेवी पणिक्कर
भारत-अमरीका परमाणु संधि के विरोध में छात्रों द्वारा अनिश्चितकालीन
अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें:
टोमी जैकब (समन्वयक), दिल्ली: ९९९०१६६९७५
रंजित क,
दिव्या क,
या
श्री प्रकाश, दिल्ली: ९८७१८८०६८६
स्टूडेंट्स अगेंस्ट नुक्लेअर पॉवर (SANP)
ईमेल: sanpindia@gmail.com
१०० साल पहले १९०८ में १५,००० से अधिक महिलाओं ने न्यू यार्क में पुरुषों के समान वेतन पाने के लिए और अपने वोट डालने के अधिकार के लिए एक मार्च निकली थी. महिलाओं द्वारा इतनी भरी संख्या में एकजुट होने को ८ मार्च को दुनिया भर में
अन्तर-राष्ट्रीय महिलादिवस मनाया जाता है.
ये पतली सिगारेत्ते जिनपर ‘स्लिम’ या ‘लाइट’ आदि लिखा हुआ होता है, वो खासकर की महिलाओं को ध्यान में रख कर बाज़ार मी उतारी जाती हैं.
परन्तु इन प्रावधानों को लागु करना एक बड़ी चुनौतीपूर्ण कार्य है.
अंतर-राष्ट्रीय महिला दिवस (८ मार्च) के उपलक्ष्य में भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ अंबुमणि रामादोस ने महिलाओं में छय रोग या तपेदिक या टी.बी. तुबेर्कुलोसिस के नियंतरण एवं उपयुक्त इलाज के लिए जोर डाला.
भले ही हमें ये लगे की समाज में एड्स और टी.बी. या तपेदिक की वजह से शोषण-युक्त व्यवहार और रवैया खत्म हुए जमाना बीत
क दिवस (२४ मार्च) को अधिक सार्थक बनने के लिए, विभिन्न कार्यक्रमों को मिलजुल कर कार्य करना चाहिए जिससे हर महिला ये कह सके की ‘मैं भी टी.बी. या तपेदिक को रोक सकती हूँ’.
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भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री से संवाद को सुनने के लिए, यहाँ क्लिक्क करें: