कैंसर नही तपेदिक या टीबी तम्बाकू-जनित मृत्यु का सबसे बडा कारण है भारत में जन-धरना ये है कि तम्बाकू जनित मृत्यु का सबसे बडा कारण कैंसर है, पर नये शोध से ये पता चला हैकि तम्बाकू जनित मृत्यु का सबसे बडा कारण है तपेदिक या टीबी या छय रोग.
तम्बाकू सेवन करने वालों में ३८% मृत्यु-दर टीबी के कारण है और ३२% मृत्यु-दर कैंसर की वजह से.
ये नया शोध, सेंटर फॉर ग्लोबल हैल्थ रिसर्च, टोरोंटो विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में प्रकाशित हुआ है (पढने के लिए यहा क्लिक्क करे).
आज भारत में तम्बाकू सेवन से १०४ लोग हर घंटे मृत्यु को प्राप्त होते हैं. अगर यू ही तम्बाकू सेवन बढ़ता रहा तो २०१० तक ११४ लोग तम्बाकू जनित मृत्यु को प्राप्त होंगे.
इस शोध से ये भी स्पष्ट हुआ कि भारत में जो लोग तम्बाकू जनित मृयु को प्राप्त होंगे, उनमे ७०% ३०-६९ साल की उम्र के होंगे - इस उम्र पर लोग जिम्मेदारियों से लैस और देश के उत्पादन व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे होते हैं.
भारत में तम्बाकू छोड़ने का दर दुनिया में सबसे कम पाया गया है. मात्र २% लोग तम्बाकू छोड़ पाने मे सफल हुए हैं और वो भी गंभीर रूप से बीमार होने के बाद.
विशेषज्ञों के अनुसार चूँकि भारत में ५०% तम्बाकू सेवन करने वाले लोग पढने में असमर्थ होते हैं, और अधिकांश लोग तम्बाकू के जानलेवा रूप से अनभिज्ञ होते हैं, ये और भी अधिक जरूरी हो जाता है कि फोटो वाली प्रभावकारी चेतावनी लागु की जाए।
हिन्दी मे रपट पढने के लिए यहाँ क्लिक्क करें
अंग्रेज़ी में रपट पढने के लिए यहाँ क्लिक्क करें