दवा प्रतिरोधकता रोकने के लिए पारित राजनीतिक घोषणापत्र क्या जमीनी हकीकत बनेगा?

इस सप्ताह स्वास्थ्य-संबंधी बड़ा समाचार यह है कि ७९वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में दुनिया के सभी देशों ने, बढ़ती दवा प्रतिरोधकता को रोकने के आशय से, सर्व-सम्मति से एक मजबूत राजनीतिक घोषणापत्र जारी किया। देखना यह है कि क्या सरकारें इस राजनीतिक घोषणापत्र को जमीनी हकीकत में परिवर्तित करेंगी? आख़िर दवाओं का दुरुपयोग तो बंद होना ही चाहिए पर फ़िलहाल हकीकत ठीक इसके विपरीत है। वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा पर मंडराती दस सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है दवा प्रतिरोधकता।

पूंजीवाद बनाम नारीवाद: सबके सतत विकास के लिए ज़रूरी है नारीवादी व्यवस्था


[English] एक ओर तो हमारी सरकारें सतत विकास की बात करने से नहीं थकती हैं, परंतु दूसरी ओर, जो वैश्विक व्यवस्था है - उसके तहत - सतत विकास लक्ष्यों के ठीक विपरीत कार्य करती हैं। मौजूदा वैश्विक व्यवस्था में प्राकृतिक संसाधनों के अनियंत्रित दोहन को 'विकास' के नाम पर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है, धन और शक्ति अत्यंत कम लोगों के पास केंद्रित करने को 'विकास' से जोड़ा जाता है, सार्वजनिक सरकारी सेवाओं के निजीकरण को 'विकास' का चोला पहनाया जाता है, जिसके फलस्वरूप अधिकांश लोग सेवाओं के अभाव में और हाशिये पर रहने को मजबूर हो गये हैं और अनेक प्रकार के मानवाधिकार हनन और हिंसा के शिकार होते हैं।

कैंडी स्वाद के जानलेवा फंदे में फँसती युवा पीढ़ी

[English] विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस का मानना है कि "इतिहास खुद को दोहरा रहा है, क्योंकि तम्बाकू उद्योग हमारे बच्चों को एक ही निकोटीन को अलग-अलग पैकेजिंग में बेचने की कोशिश कर रहा है। ये उद्योग सक्रिय रूप से स्कूलों, बच्चों और युवाओं को नए उत्पादों के साथ लक्षित कर रहे हैं जो अनिवार्य रूप से कैंडी-स्वाद वाले जाल हैं। जब वे बच्चों को इन खतरनाक, अत्यधिक नशे की लत वाले उत्पादों का विपणन कर रहे हैं, तो वे नुकसान कम करने की बात कैसे कर सकते हैं?” तम्बाकू किसी भी रूप में हो, घातक है।

अधिकांश महिलाओं के लिए हर दिन एक अवैतनिक श्रम दिवस क्यों है?


[English] प्रति वर्ष 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस श्रमिकों और श्रमिक वर्ग के संघर्षों और समाज में योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। ताकि सभी को "सामाजिक न्याय और उचित कार्य” मिल सके। लेकिन महिलाओं के लिए यह सामाजिक न्याय कहां है? उनमें से अधिकांश के लिए, हर दिन एक अवैतनिक श्रम दिवस है। 

इस पुरुष प्रधान समाज में आप वह महिला बनें जो आप बनना चाहती हैं

[English] "एक जज का बेटा वकील है, और इस वकील का पिता एक इंस्पेक्टर है। फिर जज कौन है?" एक प्रशिक्षण कार्यशाला में जब यह सवाल पूछा गया तो कई प्रतिभागी जवाब देने में असमर्थ रहे। हमारे पित्रात्मक समाज में गहरी जड़ें जमा चुके जेंडर आधारित पूर्वाग्रह और रूढ़िवादिता के चलते शायद बहुतों ने यह सोचा तक नहीं कि एक महिला माँ के साथ-साथ जज भी हो सकती है!

तम्बाकू उद्योग को ज़िम्मेदार ठहरा कर हरजाना वसूलने का निर्णय ले सकती हैं सरकारें

पेरू में हो रही वैश्विक तम्बाकू नियंत्रण संधि की अंतर-देशीय बैठक में, तम्बाकू उद्योग को मानव जीवन, मानव स्वास्थ्य, और पर्यावरण को क्षति पहुँचाने के लिए ज़िम्मेदार ठहराने और हरजाना वसूलने का महत्वपूर्ण मुद्दा केंद्र में है। हर साल, तम्बाकू के कारण 80 लाख से अधिक लोग मृत और लाखों लोग जानलेवा बीमारियों से ग्रसित होते हैं। हृदय रोग, कैंसर, दीर्घकालिक श्वास संबंधी रोग, मधुमेह, टीबी, आदि अनेक ऐसे रोग हैं जिनका ख़तरा तम्बाकू सेवन के कारण अत्यधिक बढ़ता है। तम्बाकू उद्योग द्वारा पर्यावरण को क्षति पहुँचाने के लिए भी ज़िम्मेदार ठहराने की माँग, विश्व स्वास्थ्य संगठन और अनेक देश की सरकारें कर रही हैं।

2023 ने दी टीबी उन्मूलन को एक कतरा उम्मीद पर चुनौती अनेक

[English] विश्व स्वास्थ्य संगठन की नवीनतम वैश्विक टीबी रिपोर्ट 2023 (जो पिछले महीने ही जारी हुई है) के अनुसार, एक साल में अब तक के सबसे अधिक नये टीबी रोगियों की पुष्टि पिछले साल ही हुई है। 2022 में 75 लाख से अधिक लोगों को टीबी से ग्रसित पाया गया - जो पिछले सालों की तुलना में अब तक की सबसे अधिक संख्या है। हालाँकि दुनिया में कुल अनुमानित टीबी रोगियों की संख्या पिछले साल 1.06 करोड़ थी - साफ़ ज़ाहिर है कि अधिक रोगियों तक टीबी सेवाएँ पहुँचाने के बावजूद 30% टीबी रोगी सेवाओं से वंचित रहे।

बढ़ती ऑनलाइन महिला हिंसा बन रही चुनौती


[English] आज के समय में अनेक मानवीय संपर्क, ऑनलाइन स्थानों पर हो रहे हैं। जैसे-जैसे इंटरनेट और मोबाइल प्रौद्योगिकियाँ, तथा सोशल मीडिया हमें सुलभ होते जा रहे हैं, हमारे वास्तविक जीवन की कई गतिविधियाँ यहीं होने लगी हैं। हम में से बहुत से लोग अपने घरों से बाहर निकले बिना भी राय साझा करने, विचारों का आदान-प्रदान करने, अपना ज्ञान बढ़ाने और मनोरंजन खोजने के लिए वर्चुअल / ऑनलाइन ज़रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक पाते हैं।

महिलाओं के लिए श्रम और प्रवास को सुरक्षित और न्यायोचित न बनाने का अब कोई बहाना नहीं


[English] अर्थ व्यवस्था में महिला प्रवासी श्रमिक एक बड़ा योगदान देती आ रही हैं परंतु वे स्वयं अनेक प्रकार की लैंगिक और योनिक हिंसा और शोषण का शिकार होती हैं। उनके श्रम और प्रवास को सुरक्षित और न्यायोचित बनाने के जो भी प्रयास हुए हैं वे नाम मात्र और असंतोषजनक हैं।

दवाओं के दुरुपयोग से साधारण संक्रमण हो रहे लाइलाज

जो दवाएँ हमें रोग या पीड़ा से बचाती हैं और अक्सर जीवनरक्षक होती हैं, यदि हम उनका दुरुपयोग करेंगे तो वह रोग उत्पन्न करने वाले कीटाणु पर असर नहीं करेंगी और रोग लाइलाज तक हो सकता है। यदि दवाएँ बेअसर हो जायेंगी तो ऐसे में, रोग के उपचार के लिए नयी दवा चाहिए होगी, और यदि नई दवा नहीं है तो रोग लाइलाज हो सकता है। अनेक ऐसे गंभीर और साधारण संक्रमण हैं जिनका इलाज मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि दवाओं का दुरुपयोग हो रहा है।

मेघालय में अनेक रोग का "जिस दिन जाँच, उसी दिन इलाज" शुरू होना हुआ संभव

जब तक, सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा आम-जनमानस तक नहीं पहुँचेगी, तक तब सबका स्वास्थ्य सबका विकास कैसे मुमकिन होगा? अक्सर, जहां सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध है, वहाँ तक अधिकांश ज़रूरतमंद नहीं पहुँच पाते। मेघालय के पश्चिम जान्तिया हिल्स ज़िले के थडलसकींस ब्लॉक में, अनेक सरकारी कार्यक्रमों की साझेदारी से आयोजित अनोखे स्वास्थ्य मेले में एकत्रित स्वास्थ्य सेवा संभव हो सकी।

जब तक हर संभावित टीबी-रोगी को पक्की जाँच नहीं मिलेगी तब तक टीबी उन्मूलन कैसे होगा?

[English] यदि टीबी उन्मूलन का सपना आगामी 28 महीने में साकार करना है तो यह आवश्यक है कि हर संभावित टीबी-रोगी को बिना-विलंब पक्की जाँच मिले, सही प्रभावकारी इलाज मिले, और देखभाल और सहयोग मिले जिससे कि वह सफलतापूर्वक अपना इलाज पूरा कर सके। ऐसा करने से संक्रमण के फैलाव पर भी विराम लगेगा। यदि टीबी से जूझ रहे लोगों को पक्की जाँच नहीं मिलेगी या उसके बाद सही इलाज नहीं मुहैया कराया जाएगा, तो न केवल वह अनावश्यक पीड़ा झेल रहे होंगे और उनकी असामयिक मृत होने का ख़तरा बढ़ेगा, बल्कि  संक्रमण का फैलाव भी बढ़ता रहेगा।

देशों के शीर्ष नेताओं की कथनी और करनी में अंतर क्यों?

[English] विश्व के सभी देशों के शीर्ष नेता आगामी सितंबर 2023 को न्यू यॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासम्मेलन में भाग लेंगे जहां टीबी पर दूसरी संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय बैठक भी होगी। टीबी पर प्रथम उच्च स्तरीय बैठक 2018 में हुई थी (जिसमें शामिल होने का सौभाग्य मुझे भी मिला था) जब देशों के शीर्ष नेताओं ने एक "राजनीतिक घोषणापत्र" जारी करके अनेक वायदे किए थे जो 2022 तक पूरे करने थे। पर इन सभी वायदों पर अधिकांश देशों ने असंतोषजनक प्रगति की है। अब आगामी सितंबर में यही नेता टीबी उन्मूलन हेतु एक नया "राजनीतिक घोषणापत्र" जारी करेंगे। क्या 2023 का नया घोषणापत्र ज़मीनी असलियत में भी बदलेगा या पुराने घोषणापत्र की तरह काग़ज़ों में ही क़ैद रह जाएगा?

एचआईवी सेल्फ-टेस्ट बिना विलंब एड्स कार्यक्रम में शामिल हो


[English] गर्भावस्था, डायबिटीज, कोविड-19 आदि के सेल्फ़-टेस्ट (आत्म-परीक्षण) भारत में उपलब्ध हैं और जन स्वास्थ्य और विकास के प्रति सकारात्मक योगदान दे रहे हैं। एचआईवी सेल्फ-टेस्ट को भी उपलब्ध करवाना चाहिए जिससे कि जन स्वास्थ्य के लिए अपेक्षित लाभ मिल सके।