अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण अधिवेशन भारत में आरंभ
शोभा शुक्ला
अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण अधिवेशन के इतिहास में यह पहली बार है कि यह अधिवेशन भारत में आयोजित हो रहा है। १२ साल के बाद यह अधिवेशन किसी विकासशील देश में आयोजित किया जा रहा है।
चौदहवां अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण अधिवेशन ८-१२ मार्च २००९ के दौरान मुंबई में आयोजित किया जाएगा। इस वर्ष का अधिवेशन, 'अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण अधिवेशन: तम्बाकू नियंत्रण के लिए बहु-आयामी नज़रिया - नीतियाँ, रास्ते, भागीदार और लोग' के विचार पर आधारित है।
इस अधिवेशन के स्थानीय आयोजनकर्ता हैं: सलाम बॉम्बे फाउंडेशन, एक्ट इंडिया, हेअलिस सेखसरिया इन्स्तितुत फॉर पब्लिक हैल्थ, महाराष्ट्र प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य विभाग, भारत की केंद्रीय सरकार का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, और तम्बाकू सेवन को कम करने के लिए समर्पित ब्लूमबर्ग कार्यक्रम। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस अधिवेशन का तकनीकी प्रायोजक है और इस अधिवेशन के कई सत्र एवं परिचर्चाओं को वह सक्रिय रूप से संचालित करेगा।
यह अधिवेशन विकासशील देश में बड़े ही मौके से आयोजित हो रहा है क्योंकि इस समय तम्बाकू उद्योग विकासशील देशों में अपना बाज़ार मजबूत करने में लगा हुआ है। बहुराष्ट्रीय तम्बाकू कंपनियां हर सम्भव प्रयास कर रही हैं कि भारत में, हर साल १० लाख तम्बाकू जनित मौतों के बावजूद भी, उनका बाज़ार बढ़ता ही जाए।
तम्बाकू सेवन में चीन के बाद भारत का दूसरा नम्बर है। लगभग २३ करोड़ पुरूष और १०.२७ करोड़ महिलाएं भारत में तम्बाकू का सेवन करते हैं। १३-१५ साल के १७.३ प्रतिशत लड़के और ९.७% महिलाएं तम्बाकू का सेवन करते हैं। १८-४८ साल के ३२.७ प्रतिशत पुरूष और १०.४ प्रतिशत महिलाएं तम्बाकू का सेवन करती हैं।
भारत के युवाओं में खासकर, धूम्रपान और चबाने वाली तम्बाकू का सेवन तेज़ी से बढ़ता ही जा रहा है। १५ साल से कम लगभग ५० लाख बच्चे तम्बाकू सेवन से ग्रसित हैं। भारत में तम्बाकू सेवन ५-७% की वार्षिक दर से बढ़ रहा है।
उम्मीद है कि इस अधिवेशन में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत तम्बाकू नियंत्रण कार्यकर्ता भारत में तम्बाकू नियंत्रण को भी प्रभावकारी तरीके से मजबूत करेंगे।
शोभा शुक्ला
(लेखिका, सिटिज़न न्यूज़ सर्विस की संपादिका हैं, वेबसाइट: www.citizen-news.org)