विश्व स्वास्थ्य संगठन की नई रिपोर्ट 'The Global Tobacco Epidemic Report (2008)' या विश्व तम्बाकूमहामारी रिपोर्ट २००८ से ये बात सिद्ध है कि तम्बाकू महामारी और अधिक विकराल रूप धारण कर रही है। इस रिपोर्ट में ६ ऐसे तम्बाकू नियंत्रण के कार्यक्रमों का जोड़ प्रस्तावित किया गया है जो तम्बाकू नियंत्रण के प्रभाव के लिए प्रमाणित हैं और इनको MPOWER या ऍमपॉवर का नाम दिया गया है।
परन्तु तम्बाकू नियंत्रण और अन्य बीमारियों की रोक्धाम में अन्तर है - तम्बाकू महामारी के पीछे है एक बहुत शक्तिशाली तम्बाकू उद्योग जो बेहद चतुराई के साथ तम्बाकू के बाज़ार को न केवल बचा रहा है बल्कि तेज़ी से बढ़ा भी रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के ऍमपॉवर में कहीं भी तम्बाकू कंपनियों को जिम्मेदार ठहराने की और जवाबदेह ठहराने की बात स्पष्ट नही की गई है। यदि तम्बाकू कंपनियों पर निगरानी रखी जाए तब सम्भव है कि ऍमपॉवर में प्रस्तावित हर तम्बाकू नियंत्रण के लिए प्रभावकारी कार्यक्रम की सार्थकता बढ़ जायेगी।
इस रिपोर्ट में ६ ऐसे कार्यक्रमों को चिन्हित किया
इन ६ कार्यक्रमों के पैकेज को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऍमपॉवर का नाम दिया है.
M: Monitor, यानी कि तम्बाकू के सेवन को और तम्बाकू नियांतरण के कार्यक्रमों के और तम्बाकू नशा चुदवाने के कार्यक्रमों के प्रभाव को मोनिटर या आंकलन किया जाना चाहिऐ
P: Protect, यानी कि परोक्ष धूम्रपान से सब लोगों को बचाया जा सके, और जो कानून या नीतियाँ देश के स्तर बार बनायीं जानी चाहिऐ, वो बनायीं जाये जिससे कार्यस्थल पर और सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू के सेवन पर प्रतिबंध लग सके और अन्य लोग परोक्ष धूम्रपान से बच सके
O: Offer, यानी कि हर तम्बाकू का सेवन करने वाले को तम्बाकू नशा चुदवाने के लिए उपयुक्त सहायता प्रदान की जानी चाहिऐ
W: Warn, यानी कि हर व्यक्ति को खबरदार करना चाहिऐ कि तम्बाकू कितनी घटक है और जन लेवा बीमारियों की जनक भी. इसके लिए कई कार्यक्रम प्रभावकारी सिद्ध हुए हैं जैसे कि तम्बाकू उत्पादनों पर फोटो वाली चेतावनी, या गुणात्मक दृष्टि से मीडिया काम्पैग्न आदि
E: Enact, यानी कि न केवल सर्वंगीन तम्बाकू नियांतरण के लिए प्रभावकारी नीतियाँ बने, जिससे कि तम्बाकू के विज्ञापन रुकें, तम्बाकू कंपनियों द्वारा प्रयोजन रूक सके, भ्रामक शब्दों का इस्तेमाल रूक सके जैसे कि "light" या "mild" या "tar", बल्कि इन नीतियों को लागोऊ भी किया जाना चाहिऐ
R: Raise the price of tobacco products by increasing tobacco taxes, यानी कि तम्बाकू उत्पादनों पर त्स बढाया जाये जिससे कि उनकी कीमत भी बढ़ जाये और सरकारों को अधिक त्स मिले. ये प्रमाणित हो चूका है कि त्स बढ़ाने से बच्चों और युवाओं में तम्बाकू सेवन कम शुरू होता है और पहुच से बाहर भी हो जाता है.
बिना तम्बाकू कंपनियों को जवाबदेह ठहराए और उनपर निगरानी रखने से ऍमपॉवर में प्रस्तावित तम्बाकू नियंत्रण के कार्यक्रमों का प्रभाव कुंठित रहेगा।
तम्बाकू कंपनियों ने दुनिया भर में न केवल अपने तम्बाकू उत्पादनों को जबरदस्त तरीके से भ्रामक प्रचारित भी किया है बल्कि हर सम्भव प्रयास किया है कि जन-हिताशी नीतियों का पालन न हो और ऐसी नीतियों को कम्जूर करने का और उनको लागू करने में विलम्ब करने में तम्बाकू कम्पनियाँ सक्रिए रही हैं.
१५० से अधिक देशों ने विश्व व्यापी पहली जन-स्वास्थ्य और तम्बाकू कंपनियों को जिम्मेदार ठहरानी वाली त्रेअटी (Framework Convention on Tobacco Control, FCTC) को पारित किया है। ये इस बात का प्रमाण है कि विश्व के १५० से अधिक प्रभावकारी तम्बाकू नियंत्रण चाहते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के ऍमपॉवर में प्रस्तावित ६ तम्बाकू नियंत्रण के प्रभावकारी कार्यक्रम इन देशों को जन-स्वास्थ्य की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग सुझाते हैं।
तम्बाकू उद्योग पर दुरुस्त निगरानी रखने से और उनको यथा-सम्भव जवाबदेह ठहराने से ऍमपॉवर में प्रस्तावित ६ तम्बाकू नियंत्रण के प्रभावकारी कार्यक्रमों का प्रभाव अधिक बढेगा और तम्बाकू महामारी को रोकने या पलटने की सम्भावना भी तीव्र हो जायेगी।