अहिल्याताई रामनेकर के सत्याग्रही जूनून को श्रधांजलि
महाराष्ट्र में महिला अधिकारों के एक मजबूत संघर्ष को बल प्रदान करने वाली अहिल्याताई रामनेकर के निधन पर जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (National Alliance of People's Movements - NAPM) की ओर से हम सब गहरा शोक व्यक्त करते हैं. बहुत कम उम्र में ही सामाजिक न्याय एवं समानता के लिए छिड़े आन्दोलन से अहिल्याताई रामनेकर जुड़ गयीं थीं.
मार्क्स विचारधारा में अडिग विश्वास रखने वाली अहिल्याताई रामनेकर, एक जुझारू कार्यकर्ता थीं जो समाज में शोषित वर्ग के लिए भीषण संघर्ष छेड़े हुए थीं.
अहिल्याताई रामनेकर ने सर्वदा हम सब लोगों के आंदोलनों को मजबूत करने का हर सम्भव प्रयास किया है, खास तौर पर नर्मदा घटी के आन्दोलन में लोगों को जोड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका ली है. अहिल्याताई रामनेकर ने बस्तियों में रहने वाली महिलाओं को भी संगठित करने का सराह्निये कार्य किया है. उनके लेख, व्याख्यान और मृणाल गोरे की तरह संपूर्ण समर्पण के साथ आन्दोलन में संघर्षरत रहने का योगदान, हम सब आन्दोलनकारियों की विरासत है.
हम उनके योगदान के प्रति नतमस्तक हैं.
जब जन आंदोलनों को नई उदारकारी नीतियाँ और उपनिवेशवाद चुनौती दे रहा है, ऐसे संगीन मोड़ पर अहिल्याताई रामनेकर के निधन से, हम सबने एक सच्चे और समर्पित मार्क्स विचारधारा में विश्वास रखने वाले कर्मठ साथी को खोया है.
अवलोकनकारी अहिल्याताई रामनेकर हम सबके लिए एवं जन आंदोलनों में प्रेरणा का स्त्रोत रहेंगी.
मेधा पाटकर, सुनीति, आनंद मज्गओंकर