क्या तम्बाकू उत्पादनों पर फोटो वाली चेतावनी एक-बार-फिर स्थगित होगी?
तम्बाकू उत्पादनों पर फोटो वाली चेतावनी पर विचार करने के लिए जो भारत सरकार ने 'मंत्रियों का समूह' बनाया था, उसकी अगली बैठक ८ अप्रैल २००९ को है जिसमें यह भय है कि कहीं फोटो वाली चेतावनी को कमजोर या एक-बार-फिर स्थगित न कर दिया जाए. तम्बाकू उत्पादनों पर फोटो वाली चेतावनी लगाने से भारत सरकार कतरा रही है, पिछले सालों में कम-से-कम आधे दर्जन से अधिक बार तो इसको स्थगित किया ही जा चुका है. पिछली बार नवम्बर २००८ में मंत्रियों के समूह ने इसको ३१ मई २००९ तक के लिए स्थगित किया था. ३१ मई २००९ अब इतने करीब है और उम्मीद है कि यह मंत्रियों का समूह पुन: जन-हितैषी नीतियों को लागु करने से कतरायेगा नहीं.
यह बैठक ऐसे समय में की जा रही है जब लोक सभा चुनाव होने को हैं, और इस मंत्रियों के समूह के सदस्य श्री प्रणब मुख़र्जी की लोक सभा चुनाव छेत्र मुशीराबाद में बीड़ी उद्योग जोर पकड़े हुए है. चुनाव के दौरान आचार संहिता लागु है और कोई भी ऐसा निर्णय लेना जिससे मतदाताओं पर असर पड़े, इस संहिता का उलंघन है.
भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ अंबुमणि रामदोस ने भी चुनाव के कारणवश इस्तीफा दे दिया था, जिसका मतलब यह है कि इस मंत्रियों के समूह की बैठक में जन स्वास्थ्य का पक्ष लेने वाला संभवत: कोई विशेष न हो. ऐसी बैठक में, जहाँ जन-स्वास्थ्य की नीति पर विचार हो रहा हो, उसमें जन स्वास्थ्य पर समझ रखने वाले प्रतिनिधि क्यो शामिल नहीं है?
"मंत्रियों के समूह ने पिछले अपनी ८ बैठकों में या तो तम्बाकू उत्पादनों पर फोटो वाली चेतावनी को स्थगित कर दिया है या फिर इस नीति को कमजोर बना दिया है" कहना है मोनिका अरोरा का, जो ह्रदय नामक संस्था की निदेशक हैं.
"यदि इस बैठक में तम्बाकू उत्पादनों पर फोटो वाली चेतावनी को कमजोर किया गया या स्थगित किया गया, तो यह चुनाव आयोग की आचार संहिता का उलंघन होगा" कहना है भावना मुखोपाध्याय का, जो 'वीहाई' की वरिष्ठ निदेशक हैं.
राष्ट्रीय स्तर पर सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पादन अधिनियम २००३ एवं विश्व स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण संधि [विश्व स्वास्थ्य संगठन फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन टोबाको कंट्रोल (WHO FCTC)] जिसको भारत ने पारित किया है, दोनों के अनुसार भारत को सभी प्रकार के तम्बाकू उत्पादनों पर प्रभावकारी फोटो वाली चेतावनी लगानी होगी.
"तम्बाकू उत्पादनों पर फोटो वाली चेतावनी से तम्बाकू व्यसनियों की तम्बाकू-जनित स्वास्थ्य पर पड़ने वाले जान-लेवा कुप्रभावों के बारे में जानकारी बढ़ती है, वोह तम्बाकू सेवन को त्यागने के लिए प्रेरित होते हैं और नए लोग तम्बाकू सेवन आरंभ करने से विमुख होते हैं" कहना है डॉ प्रकाश गुप्ता का जो हेअलिस सेखसरिया जन-स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक हैं.