३१ मई २००९ से भारत में हर तम्बाकू उत्पादन पर चित्रमय चेतावनी

३१ मई २००९ से भारत में हर तम्बाकू उत्पादन पर चित्रमय चेतावनी

३१ मई २००९ से भारत उन जन-स्वास्थ्य हितैषी देशों में से एक होगा जिनके हर तम्बाकू उत्पाद पर चित्रमय चेतावनी होगी. ३१ मई २००९ को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस भी है जिसका केंद्रीय विचार यह है कि: 'सच दिखाओ - चित्रमय चेतावनी जीवन रक्षक होती हैं'.


"चित्रमय स्वास्थ्य चेतावनी प्रभावकारी ढंग से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले तम्बाकू जनित कुप्रभावों के बारे में संदेश देती हैं. विश्व स्तर पर अनेकों शोध से यह प्रमाणित हो चुका है कि प्रभावकारी चित्रमय चेतावनी से तम्बाकू सेवन से सम्बंधित खतरों केबारे में जानकारी में वृद्धि होती है, और युवाओं के तम्बाकू सेवन करने की सम्भावना भी कम हो जाती है" कहना है प्रोफ़ेसर डॉ रमा कान्त का, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अंतर्राष्ट्रीय पुरुस्कार प्राप्त शल्यचिकित्सक हैं. "जो युवा तम्बाकू सेवन करते हैंउनको तम्बाकू नशा उन्मूलन की ओर बढ़ने के लिए भी यह प्रेरित करती हैं. शब्दों वाली चेतावनी से चित्रमय चेतावनी कहीं अधिक प्रभावकारी है क्योंकि इनको अशिक्षित लोग भी समझ सकते हैं. ऐसी चित्रमय चेतावनी अनेक देशों में कारगर सिद्ध हुईहै जिनमें थाईलैंड, सिंगापुर, ब्राजील, चिले, साउथ अफ्रीका प्रमुख हैं" कहना है प्रोफ़ेसर डॉ रमा कान्त का.

भारत में तम्बाकू नियंत्रण के लिए कार्यरत संस्थाओं का राष्ट्रीय संगठन है एडवोकेसी फोरम फॉर टुबैको कंट्रोल (ऐ.ऍफ़.टी.सी). "तम्बाकू जनित जानलेवा बीमारियों से लाखों लोगों को बचने के लिए ऐ.ऍफ़.टी.सी ने संसद के सदस्यों के साथ चित्रमयचेतावनी के लिए सराहनीय कार्य किया है" कहना है सुश्री मोनिका अरोरा का, जो ऐ.ऍफ़.टी.सी की संयोजक हैं और 'ह्रदय' नामक संस्था की निदेशिका भी.
"भारतीय परिदृश्य में शासन द्बारा पहले सूचित करी गयी तम्बाकू उत्पादनों पर चित्र चेतावनियाँ कहीं ज्यादा ज़ोरदार और प्रभावकारी थीं और इन चित्रों का क्षेत्र परिक्षण भी हो चुका था जिसमें यह चित्र प्रभावकारी पाए गए थे" कहना है प्रोफ़ेसर डॉ रमा कान्त का. पिछले नियमों के अनुसार चित्र चेतावनी तम्बाकू पदार्थों के सभी पैकेट का आगे और पीछे, दोनों, के हिस्से के ५०% भाग को ढांकती थी, कहा डॉ रमा कान्त ने.

परन्तु ३१ मई, २००९ से लागू की गयी फोटो चेतावनी, हल्की और कमज़ोर हैं और इन चित्रों का क्षेत्र परिक्षण भी नहीं हुआ है. ३ मई, २००९ को जारी किए गए नए नियमों के अनुसार, ये चेतावनियाँ तम्बाकू पैक के सामने वाले मुख्य क्षेत्र के केवल ४०% भाग पर (तम्बाकू पैकेट के सिर्फ एक तरफ) प्रर्दशित की जायेंगी.

बाबी रमाकांत (विश्व स्वास्थ्य संगठन के महा-निदेशक द्वारा पुरुस्कृत २००८)