१५ मई २००८
अंक ३७९
वायु प्रदुषण और तम्बाकू के धुएँ से तपेदिक या टीबी रोग सक्रिय हो सकता है
एक नए शोध से यह स्थापित हो
पूरा समाचार पढने के लिए यहाँ क्लिक्क कीजिये
--------------------------------------
बीड़ी सेवन करने से २ लाख या २००,००० लोग तपेदिक या टीबी से मृत्यु के शिकार
इंडो एशियन न्यूज़ सर्विस
भारत में १० करोड़ बीड़ी सेवन करने वालों में से २ लाख लोगों की मृत्यु टीबी या तपेदिक की वजह से होती है। इनमें से अधिकांश लोग गरीब और पढे लिखे नही होते हैं। यह रपट बीड़ी सेवन के ऊपर पहली रपट है जो बीड़ी से संबंधित सभी मुद्दों को व्यापक ढंग से रखती है।
पूरा समाचार पढने के लिए यहाँ क्लिक्क कीजिये
------------------------------------------------
मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों ने लिया तम्बाकू न खाने का संकल्प
आई - नेक्स्ट, लखनऊ, बुधवार, १4 मई २००८
हर साल ५० लाख से अधिक लोग तम्बाकू जनित जानलेवा बिमारिओं की वजह से मौत के शिकार हो जातें हैं। यदि तम्बाकू का सेवन इसी तरह से बढ़ता रहा तो २०३० तक यह अनुपात करीब ८० लाख हो जाएगा।
तम्बाकू मृत्यु का विश्व का चौथा सबसे बड़ा कारण है। यह जानकारी 'इंडियन सोसिएटी अगेन्स्ट स्मोकिंग ' के कार्यक्रम समन्वयक रितेश आर्या ने दी जो कि कुछ साल पहले तक ख़ुद भी तम्बाकू का सेवन करते थे।
पूरा समाचार पढने के लिए यहाँ क्लिक्क कीजिये
---------------------------------------------
तम्बाकू नियंत्रण कानूनों का सही तरीके से पालन हो: प्रो० रमाकांत
अमर उजाला, लखनऊ, बुधवार, १4 मई २००८
तम्बाकू नियंत्रण कानूनों का सही तरीके से पालन से तम्बाकू के प्रयोग पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यह जानकारी 'इंडियन सोसिएटी अगेन्स्ट स्मोकिंग ' के अध्यक्ष प्रो० रमाकांत ने दी। ।हर साल ५० लाख से अधिक लोग तम्बाकू जनित जानलेवा बिमारिओं की वजह से मौत के शिकार हो जातें हैं।
कल विश्व स्वास्थ्य संगठन की नशा उन्मूलन क्लिनिक तथा कई अन्य संगठनों ने तम्बाकू से होने वाली जानलेवा बिमारिओं पर पोस्टर प्रदर्शनी और आन स्पॉट नशा छोड़ने के लिए परामर्श अभियान का आयोजन आशा सामाजिक विद्यालय में जो कि गोमती नदी के किनारे मलिन बस्ती में स्थित है किया गया ।
पूरा समाचार पढने के लिए यहाँ क्लिक्क कीजिये
तम्बाकू नियंत्रण पर अंग्रेज़ी और हिन्दी भाषा में नियमित समाचार और लेख पढने के लिए, यहाँ क्लिक्क करें
ईमेल द्वारा तम्बाकू नियंत्रण से संबंधित अंग्रेज़ी और हिन्दी भाषा में समाचार और लेखों को प्राप्त करने के लिए, इस ईमेल पर लिखें :
यह तम्बाकू किल्स समाचार बुलेटिन तम्बाकू किल्स युवा टीम द्वारा आपको प्राप्त हो रही है।
इस टीम को भारतीय तम्बाकू नियंत्रण संगठन (इंडियन सोसिएटी अगेन्स्ट स्मोकिंग), आशा परिवार, अभिनव भारत फाउंडेशन, सिटिज़न न्यूज़ सर्विस और छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय की तम्बाकू नशा उन्मूलन क्लीनिक का सहयोग प्राप्त है।
ईमेल : Tambakoo.Kills@gmail.com