तपेदिक या टीबी समाचार
५ मई २००८
अमरीका के फ्लोरिडा प्रदेश में जो टीबी या तपेदिक का अस्पताल बंद होने के कगार पर था, उसको पिछले हफ्ते प्रदेश बजट में से साल भर सक्रिए रहने के लिये पैसा मिल गया था। यह अमरीका का एकमात्र टीबी अस्पताल है।
परन्तु यह ख़बर अधूरी थी - इस अस्पताल को निजी हाथों के सुपुर्द किया जा रहा है और इस टीबी या तपेदिक अस्पताल को तोड़ कर नया अस्पताल बनाने में १ वर्ष लगेगा, जिसके लिये धनराशी बजट में से दी जा रही है।
इसको तोड़ कर यहाँ बहु-खंदिया इमारत बनेगी जिसमे हर प्रकार के चिकित्सकिये विशेषज्ञ उपलब्ध होंगे।
अमरीका में टीबी या तपेदिक फिर से चुनौती दे रहा है, और ऐसी हालत में देश के एकमात्र टीबी अस्पताल को बंद कर देना कहाँ तक समझदारी है, पता नही!
पोष्टिक भोजन से टीबी या तपेदिक पुन: होने का खतरा कम हो जाता है, और यदि पोषण पर ध्यान न दिया जाए, तो टीबी या तपेदिक के इलाज के बाद भी पुन: संक्रमण होने का खतरा बढ़ा रहता है। ऐसा एक और शोध ने स्थापित किया है। टीबी या तपेदिक में शरीर की प्रतिरोधक छमता पहले से ही कम होती है, उस पर पोषण पर ध्यान न देने से शरीर की प्रतिरोधक छमता और भी शीन हो जाती है। लाज़मी है कि बीमारी में, विशेषकर कि टीबी या तपेदिक के इलाज के वक्त पोषण पर विशेष ध्यान देना चाहिए।यदि पैसे के आभाव में ये सम्भव न हो तो सरकार को टीबी या तपेदिक नियंत्रण को सफल करने के लिये भोजन उपलब्ध कराना चाहिए।
फरवरी २००८ में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एंटी-तुबेर्चुलोसिस ड्रग रेसिस्तंस इन द वर्ल्ड रपट में यह स्थापित किया था कि दुनिया में सबसे अधिक ड्रग रेसिस्तंत तपेदिक या टीबी पश्चिम एशिया के देश अज़रबैजान में पायी जाती है। अज़रबैजान की सरकार ने इसका खंडन किया है। अज़रबैजान सरकार ने नए आक्डें विश्व स्वास्थ्य संगठन को पेश किए हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहायक महा-निदेशक ने आश्वासन दिया है कि चौथी रपट में इन आकड़ों को ध्यान में रखा जाएगा।