'तम्बाकू के बजाय हर्बल खेती करो': फ़िल्म-अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा

'तम्बाकू के बजाय हर्बल खेती करो': फ़िल्म-अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा

तम्बाकू की खेती के बजाय हर्बल खेती करने का सुझाव दिया है फ़िल्म-अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने, जो भारत के भूतपूर्व स्वास्थ्य मंत्री भी थे.

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि "२०२० तक, भारत में होने वाली १३ प्रतिशत मृत्यु मुह और फेफडे के कैंसर से सीधी तरह से संबंधित होगी, दोनों प्रकार के ये कैंसर तम्बाकू सेवन से होते हैं"

"तम्बाकू के भयंकर और जान-लेवा कु-प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, खासकर कि ग्रामीण छेत्रों में जहाँ अधिकांश लोग तम्बाकू के कु-प्रभावों से अनभिज्ञ रहते हैं" कहना है फ़िल्म-कलाकार शत्रुघ्न का.

शत्रुघ्न सिन्हा ने तम्बाकू की खेती करने वालों से पटना में कहा कि वे हर्बल उत्पादनों के लिए ज़रूरी पेड़ों की खेती क्यो नही करते, क्योकि हर्बल पदार्थों की इतनी मांग है विश्व भर में.

पिछले साल, जुलाई २००७ में, १४८ देश जिनमें भारत भी शामिल है, थाईलैंड में एक सभा में मिले थे जब विश्व तम्बाकू नियंतरण के लिए संधि (ट्रेअटी) के बारे में चर्चा हो रही थी.

इस बैठक में तम्बाकू की खेती में लगे किसानों को तम्बाकू के बजाय अन्य फसलों की खेती कराने के प्रस्ताव को भारत ने दक्षिण-पूर्वी एशिया के राष्ट्रों की और से समर्थन किया था, और नेतृत्व लेने का वादा भी.

फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन तोबक्को कंट्रोल (FCTC) विश्व की पहली जन-स्वास्थ्य और उद्योगों को जवाबदेह ठहराने वाली संधि है.

Photo credit: bollyvoodvillaage