तपेदिक या टी.बी नियंतरण के लिए आया पैसा इस्तिमाल नही हुआ पश्चिम
मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की बैठक में ये स्पष्ट किया गया कि पश्चिम बंगाल में हर सम्भव प्रयास करना चाहिए कि जिन लोगों को टी.बी है खासकर कि दृग-रेसिस्तंत टी.बी या ऐसी टी.बी जिसपर अधिकांश दवा कारगर नही रहती, उनको चिन्हित करना जरुरी है, उनके लिए हर सम्भव इलाज उपलब्ध करना जरुरी है, और इसके लिए आई धनराशी को इस्तिमाल करना चाहिए।
कल अमरीका में ओमाहा में हाई स्कूल के छात्र को टी.बी हो जाने से खलबली मच गई। स्कूल के बाकि छात्रों के अभिभावकों को बुलाया गया और तपेदिक या टी.बी से संबंधित जानकारी दी गई। इस सत्र के पश्चात सभी अभिभावक संतुष्ट थे। ये एक अच्छा उदाहरण है क्योकि अमरीका में पहले कई स्थानों पर एक बच्चे को टी.बी हो जाने पर जिस तरह से हर बच्चे, हर शिक्षक, अभिभावक आदि को जबरन कोर्ट के आदेश पर टी.बी की जांच के लिए ले जाया गया और अधिकांश ऐसे हादसों में किसी को भी टी.बी या तपेदिक नही निकली थी। ये जरुरी है कि समाज में हड़कंप नही तपेदिक या टी.बी की रोक्धाम के लिए समझ पनपे!
वही अमरीका के कैलिफोर्निया में जहाँ तपेदिक या टी.बी का दर बढ़ रहा है, वह के गोवेर्नोर और फ़िल्म-अभिनेता अर्नोल्ड श्वाजंगर ने १०% बजट कम कर दिया है। इससे तपेदिक या टी.बी के कार्यक्रम के प्रभावित होने की सम्भावना है।